मुझे बंधन बाँधना आता है... One of the Close to heart and from 2007 Cold Storage..

तुम्हे शायद ही याद हो
शायद इसलिए
क्यूंकी
इन बीते बरसो ने मेरी
यादों की ज़मीन पर
एक गर्द सी जमा दी है
हो सकता है तुम्हारे वहाँ भी
हवा का तेज़ झोंका ना आया हो.
मैं याद दिलाना चाहता हूँ
हमारी वो छोटी-सी बहस
जब तुम लाई थी 
मेरे भेजे ख़त एक सफेद लिफाफे मे बाँधकर
मेरे लफ्ज़ मेरी ही आवाज़ मे सुनने के लिए..
हल्की सी गाँठ लगी थी मुझे
तुम कस कर पकड़ें थी..
मैने तुम्हारे हाथों से छीनना चाहा था
बस यूँ ही
जब हम दोनो ने एक दूसरे के खिलाफ़ ज़ोर लगाया
तो
वो गाँठ और सख़्त हो गयी थी...
फिर क्या था तुम नाराज़ हो गयी थी
तुम्हारे लाख कहने पर भी मैं वो गाँठ ना खोल पाया था...
ना बता पाया था उसकी वजह...
तुम तो आज तक नाराज़ हो
क्या आज भी ये समझ नहीं आया...
मुझे बंधन बाँधना आता है
बंधन खोलना ना पहले आता था...
ना बीते बरसों में सीख पाया हूँ....

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