पहला चाँद... जनवरी 01-2007


My First Literary Workshop as a Student in 2006 gave me a new enlightened 2007…. First Creation….on Chaand!!!
कभी कभी मैं और मेरा चाँद
चाँद से बातें करते हैं
चाँद के बारे में बतियाते हैं।
सुनाते हैं
लिख भी देते हैं
दिल की बेतरतीब कहानियाँ।
हम दोनों...मैं और मेरा चाँद...
कई बार उस चाँद पर हक़ जताते हैं
कई बार नाराज़ भी होते हैं...
कई बार छीन लेना चाहते हैं,
और कई बार तो दान ही कर देते हैं...
तलब को ही ख़त्म कर देते हैं....

January 01-2007



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