अनमनी सी इक मनी

अनमनी सी इक मनी
किसने मानी किसने सुनी।
हिस्सेदार कईं हैं इस मनी के
और अहिस्सा रहा एक बस
अनमनी कैसे बने सहमनी
किसने बनायी है भला
अनमनी
कैसे बनी।

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