कथा की कहानी

मैं कथा की कहानी कहने चला हूँ।
कथा को हम सभी जानते हैं। हम सब में एक कथा है- मुझमें और आप में - हर उस मन में कथा का ठहराव है जिसे आस पास का कुछ महसूस होता है।
कथा प्रतीक है- पर आप इसे एपिसोड्स में नहीं बाँध सकते।

अभी तो आईडिया ही आया है- जब कुछ कहने लायक होगा तो छप जाएगा फेसबुक पर भी।
अभी मन के काग़ज़ों पे ही छींटें पड़ रहे हैं।

आओ कहानी कहें।

विशेष नोट ( इंग्लिश में भी लिख सकता था मैं पर मित्रवर नकार गए सो मन की बात मन की भाषा में लिखी जाएगी)

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