तुम ही बता दो

तुम पर बात कहूँ तो रंग बिखर जाते हैं हर

तरफ़

अब तुम ही बता दो, मैं रंगो से बात करूँ या

ख़ुद से...

Comments

Popular posts from this blog

घूर के देखता हैं चाँद

तुम उठोगे जब कल सुबह...

आसक्त नहीं- सशक्त होना ज़रूरी है...