सड़क खोखली है नीचे से

सुखी नदी के ऊपर भला ये कैसा पुल है,
यूँ लगता है के सड़क खोखली है नीचे से...
घर की पूजा से नाकारा हुए फूल-पत्ते-छिलके
धूं-धूं कर जली राख-कुछ कागज़-कोई टूटी मूर्ति
पुरानी तस्वीर-लाल चुन्नी-खाली दियासलाई
अधजली तीलियाँ-टुकड़ा जोत का
गाँठ धूप की
जो भी बचा खाने से
सब का सब अटा पड़ा है
पुल के नीचे दबकर सुख चुकी नदी में!

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