Posts

Showing posts from September, 2012

बस यही कहना था के एक तुम्हारे होने से.....

एक तुम्हारे होने से संकोच मिटता है मेरा... सवालों से विचलित नहीं होता हूँ मैं... बेवक़्त बादल बरस भी जाएँ तो भीगने का अफ़सोस नहीं होने देते हो तुम... कोई छुपा ले कुछ या कह दे कुछ बुरा... आपा नहीं खोने देते हो तुम... तुम्हारे होने से हर कागज़ का अर्थ अब समझ आता है... तुम्हारे मुस्कुराने से ही जीवन को स्वीकारता हूँ मैं... कितनी संतुष्टि से हर ओर निहारता हूँ मैं ! मुझे भय नहीं आता अब - ना मुझे ठोकर लगती है... तुम होते हो ना मेरा हाथ थामने को, बिल्कुल पास मेरे - साथ मेरे। कितनी आसानी से मिठास घोल देते हो तुम किसी भी फीकी शाम में... कितने अपनेपन से बचपन ले आते हो मेरे आँगन में... अपनी कलाई में चाँद पहन कर जब खिलखिलाते हो तो सब सुंदर लगता है... सब कुछ अपना-सा लगने लगता है साथ तुम्हारे... आइने में अपना अंश छोड़ जाते हो मुझे रंग बिरंगे रंग सिखाते हो... सात सुर समझाते हो... और मेरी ग़लतियों पे मद्धम - मद्धम मुस्कुराते हो... हर बार मेरा ही होंसला बढ़ाते हो !!! तुम नहीं होते हो तो अंधेरा सा लगता है रोशनी में... अभाव आता है हर बरकत में लिपट कर... घर की ओर जाती सीढ़ियाँ ख़त्म ही नहीं होती, सच में

"Loodo"

kuchh dur hai.. phir thodi dur nahin hai... aur phir halki si hai.. jhmajham bhi hai.. kahin kahin paani paani kar gayi.. aur kahin..khidki ke raaste chehre bheego rahi hai.. kuchh pal ke liye suraj pe ahsaan karke mukar bhi gayi ek jagah.. aaj Baarish ji bhar ke "Loodo" khel rahi hai... :-)

andaaz badlaa hai.. aakaar nahin...

krishan ki dharti... pe rehne waalo se prem ki baat kehna... varnmaalaa ko dohraanaa lagta hai. lagta hai jaise Sadiyon puraane..mantr boley jaa rahe hain. par har baar ek naya rang mehsus hota gai. na to raadha badli hai na Meera ne smjhna seekha hai aur na Kishan ko koi smjh paya hai. haan..par hum pyaar pe.. love pe.. ishq pe.. discussion karne lagey hain.. andaaz badlaa hai.. aakaar nahin.... hum badley hain.. Pyaar nahin.